इसके बाद सर पर जालीदार टोपी धारण कर एकांत वाले कमरे में नमाज पढ़ने की अवस्था में बैठ जाए. सवा सम्मोहन के अभ्यास के द्वारा व्यक्तित्व विकास भी किया जा सकता है. जब हम ‘नकारात्मक असर’ कहते हैं, तो इसका मतलब सिर्फ यह नहीं है कि किसी ने आप पर https://vashikaran83826.ampblogs.com/the-ultimate-guide-to-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai-69109609